इंदौर में 24 किन्नरों ने बंद कमरे में एसिड पीकर की जान देने की कोशिश : मचा हाहाकार, जाने पूरा मामला
इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में बुधवार शाम का नज़ारा किसी डरावनी फ़िल्म से कम नहीं था। शहर के नंदलालपुरा क्षेत्र में दो किन्नर गुटों के बीच चल रहे विवाद ने ऐसा रूप लिया कि 24 किन्नरों ने एक साथ कमरे में बंद होकर एसिड पी लिया। घटना की खबर मिलते ही इलाके में चीख-पुकार मच गई, सड़कें जाम हो गईं और पूरा शहर दहल उठा।
जानकारी के मुताबिक, यह विवाद लंबे समय से पायल गुरु (नंदलालपुरा) और सपना हाजी (एमआर-10) के गुटों के बीच चल रहा था। दोनों पक्षों में पहले से ही कई थानों विजयनगर, द्वारकापुरी, अन्नपूर्णा, खजराना और चंदननगर में शिकायतें दर्ज थीं। मंगलवार को एक किन्नर ने सपना हाजी के गुट से जुड़े अक्षय और पंकज पर दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। इसी विवाद की आग बुधवार को जानलेवा मोड़ पर पहुंच गई।
कमरा बंद कर पी लिया एसिड, बाहर खड़े साथी भी डर से भागे!
शाम करीब 6 बजे, नंदलालपुरा के एक मकान में 24 किन्नरों ने कमरे में खुद को बंद किया और एसिड पी लिया। साथी किन्नरों ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन जब अंदर से कोई जवाब नहीं मिला, तो डर के मारे वे पीछे हट गए। पुलिस मौके पर पहुंची, दरवाजा तोड़ा और घायलों को तुरंत एमवाय अस्पताल पहुंचाया।
सड़क पर उग्र प्रदर्शन, लेटकर किया जाम
खबर फैलते ही सैकड़ों किन्नर सड़कों पर उतर आए। उन्होंने जवाहर मार्ग पर लेटकर चक्का जाम कर दिया और सपना हाजी के खिलाफ नारेबाजी की। वातावरण इतना तनावपूर्ण हो गया कि पुलिस को कई थानों की फोर्स बुलानी पड़ी।
“हमें धमकियां मिल रही थीं” — किन्नरों का आरोप
प्रदर्शन कर रहे किन्नरों ने आरोप लगाया कि उन्हें सपना हाजी, उसके प्रेमी राजा हासमी, विजय, वकील, पंकज और अक्षय से लगातार धमकियां मिल रही थीं।
पुलिस सतर्क, जांच जारी
जोन-4 के डीसीपी आनंद कलादगी ने बताया कि सभी घायलों की हालत अब खतरे से बाहर है। फिर भी, इस घटना ने शहर में किन्नर समाज की सुरक्षा, मानसिक स्थिति और प्रशासनिक संवेदनशीलता पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। एमवाय अस्पताल में जोन-3 की पुलिस तैनात कर दी गई है, जबकि प्रशासन ने कहा है कि भविष्य में ऐसे घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।