महिला एवं बाल विकास विभाग ने 7 अधिकारियों सहित 18 कर्मचारियों का आचार संहिता के दिन जारी किया स्थानांतरण : उसी दिन पूर्वान्ह किए भारमुक्त, जल्दबाजी बटोर रही सुर्खियां, देखें आदेश
रायपुर । विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने निर्वाचन आयोग की प्रेस कांफ्रेंस की सूचना मिलने के बावजूद छत्तीसगढ़ शासन के महिला एवं बाल विकास विभाग में अधिकारी कर्मचारियों के स्थानांतरण आदेश जारी करने की जल्दबाजी रही। सुभाष चन्द्र कुजूर अपर सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग छत्तीसगढ़ शासन ने 9 अक्टूबर को 18 अधिकारी कर्मचारियों का प्रशासनिक आधार पर स्थानांतरण आदेश जारी कर नवीन पदस्थापना स्थल के लिए उसी दिन पूर्वान्ह भारमुक्त कर दिया है। दोपहर 12 बजे ईसी की प्रेस कांफ्रेंस के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई थी। ऐसे में विभाग का यह स्थानांतरण आदेश एक चर्चा का विषय बना हुआ है।
जिन अधिकारी कर्मचारियों का स्थानांतरण हुआ है उनमें 2 उप संचालक सहित 5 परियोजना अधिकारी, 9 पर्यवेक्षक एवं 2 लिपिक शामिल हैं। यह बात समझ से परे है कि अगर तबादले किए जाने थे तो इतना विलंब क्यों किया गया? क्या आचार संहिता लागू होने के बाद यह आदेश जारी हुए? अधिकारी कर्मचारी किस तरह भारमुक्त हुए?विश्वस्त सूत्रों के अनुसार आचार संहिता लागू होने के बाद भारमुक्त व जॉइनिंग देते रहे। निश्चित तौर पर सवाल उठेंगे तो विभाग को जवाब के लिए तैयार रहना होगा। देखें आदेश