KORBA BREAKING : जिले में फर्जी दिव्यांगता प्रमाण पत्र के सहारे इतने शिक्षक कर रहे नौकरी, प्रमाण पत्र और दिव्यांगता के जांच की उठी मांग, करतला ब्लॉक से भी नाम शामिल, देखें सूची
कोरबा । जिले के 7 स्कूलों में 8 फर्जी दिव्यांगों के द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे सरकारी शिक्षक की नौकरी करने का गंभीर आरोप लगा है। छत्तीसगढ़ दिव्यांग शासकीय अधिकारी-कर्मचारी संघ, जिला कोरबा (छ.ग.) के द्वारा मुख्य आयुक्त, दिव्यांगजन छत्तीसगढ़ शासन से इसकी शिकायत कर संबंधित शिक्षकों का दिव्यांगता एवं उनके प्रमाण पत्रों का जिला मेडिकल बोर्ड के विशेषज्ञों एवं दिव्यांगता की जांच यंत्रों के माध्यम से कराए जाने की मांग की गई है।
जिला शिक्षा विभाग के विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि कुछ शिक्षक फर्जी तरीके दिव्यांगता के आधार पर फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र हासिल कर शासकीय शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। कोरबा जिले के कितने ऐसे योग्यताधारी वास्तविक दिव्यांग बेरोजगार रोजमर्रा के जीवन में दर-दर की ठोकरें खा रहें हैं, किन्तु फर्जी दिव्यांग हमारे हक को छीनकर शासकीय सेवा प्राप्त कर भौतिक सुविधा युक्त होकर सुखमय जीवन जी रहे हैं जो कि जांच का विषय है। ऐसे शिक्षकों का नाम व पदस्थापना स्थल की जानकारी के साथ लिखे पत्र में जिला मेडिकल के विशेषज्ञों एवं दिव्यांगता की जांच यन्त्रों के माध्यम से कराये जाने हेतु आदेशित करने का आग्रह किया गया है।
जिन शिक्षकों के फर्जी दिव्यांगता प्रमाण पत्र की जांच का अनुरोध किया गया है उनमें पोंडी उपरोड़ा विकासखण्ड के शा.पू.मा.शा.रामपुर में पदस्थ शिक्षक प्रमोद राजपूत, कोरबा विकासखण्ड के शा.उ.मा.शा.भैसमा में पदस्थ व्याख्याता कल्पना उपाध्याय, करतला विकासखण्ड के शा.उ.मा.शा. पठियापाली में पदस्थ व्याख्याता संजय कुमार पांडे, कोरबा विकासखण्ड के शा.उ.मा.शा.अजगरबहार में पदस्थ व्याख्याता गमता साहू, कोरबा विकासखण्ड के शा.उ.मा.शा.अजगरबहार में पदस्थ व्याख्याता रसायन आभा सिंह, पाली विकासखण्ड के शा.उ.मा.शा. कर्रानवापारा में पदस्थ व्याख्याता गणित शिव कुमार, पोंडी उपरोड़ा विकासखण्ड के शा.उ.मा.शा.लैंगा में पदस्थ व्याख्याता कॉमर्स सोमनाथ कश्यप तथा पोंडी उपरोड़ा विकासखण्ड के शा.उ.मा.शा.केंदई में पदस्थ व्याख्याता गणित राजकुमार साहू शामिल हैं।