अदानी प्रबंधन और भू-विस्थापित मजदूर संघ के बीच त्रिपक्षीय वार्ता सम्पन्न, 31 मार्च 2026 के बाद बोनस भुगतान पर बनी सहमति
कोरबा । सहायक श्रमायुक्त कार्यालय कोरबा में शनिवार शाम को अदानी प्रबंधन और भू-विस्थापित मजदूर संघ (NFITU) के बीच त्रिपक्षीय वार्ता सम्पन्न हुई। लंबे समय से लंबित एक्स-ग्रेशिया/बोनस की मांग को लेकर यह बैठक बुलाई गई थी।
बैठक के दौरान अदानी प्रबंधन का कहना था कि पूर्व में हुआ समझौता 31 मार्च 2026 तक मान्य है, और उस समझौते में एक्स-ग्रेशिया राशि का समायोजन किया गया था। इसलिए वर्तमान बोनस या एक्स-ग्रेशिया की मांग पर विचार संभव नहीं है।
वहीं दूसरी ओर, संघ के प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि इस वर्ष की एक्स-ग्रेशिया/बोनस मांग पूर्व समझौते का हिस्सा नहीं है। यह एक स्वतंत्र और वैध मांग है, जिसे कर्मचारियों के हित में पूरा किया जाना चाहिए।
संघ ने 19 सितंबर और 26 सितंबर 2025 को हुई बैठकों में प्रबंधन को यह चेतावनी दी थी कि यदि मांग पूरी नहीं की गई, तो 6 अक्टूबर 2025 से हड़ताल की शुरुआत की जाएगी। संघ की एकजुटता और निडर रुख के चलते अदानी प्रबंधन को अंततः सहायक श्रमायुक्त कार्यालय में त्रिपक्षीय बैठक के लिए उपस्थित होना पड़ा।
कानूनी सलाहकारों से विमर्श के बाद, वार्ता में यह समझौता हुआ कि पूर्व में हुए समझौते के अनुसार, 31 मार्च 2026 के बाद अदानी प्रबंधन और भू-विस्थापित मजदूर संघ (NFITU) के बीच एक बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में वर्ष 2025 के एक्स-ग्रेशिया/बोनस ₹70,000 पर सहमति बनाकर सभी कर्मचारियों को भुगतान किया जाएगा।
संघ के पदाधिकारियों ने इस उपलब्धि को सभी कर्मचारियों की एकता, साहस और संघर्ष का परिणाम बताया। उनका कहना है कि यह तो केवल शुरुआत है। 2026 के एग्रीमेंट में संघ और बड़ी उपलब्धियां हासिल करेगा।
विशेष सहयोग के लिए रामपुर विधानसभा के लोकप्रिय विधायक श्री फूल सिंह राठिया, NFITU के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दीपक जायसवाल, और राष्ट्रीय महासचिव श्री रजनीश सिंह का आभार व्यक्त किया है।
बैठक में संघ की ओर से प्रवीण ओगरे, धनाराम खांडे, अखिलेश कुर्रे, रामधन मिरि, सूरेश खूंटे, चन्द्र प्रकाश अनंत, चन्द्रशेखर भारद्वाज, राजू कुर्रे, दादू राम खुटे, मुकुंद खांडे, अशोक खुटे, विवेक केसरिया, और छवीलाल खुटे विशेष रूप से उपस्थित रहे।