सावन सोमवार को छात्रों ने रखा था व्रत तो शिक्षिका ने कर दी जल्दी छुट्टी : अधिकारी ने शिक्षिका से मांगा स्पष्टीकरण, सरपंच सहित ग्रामवासियों ने स्पष्टीकरण का किया विरोध और कहा- शिक्षिका के साथ हुआ गलत तो कलेक्टर को सौपेंगे ज्ञापन, पढ़िए कोरबा जिले के इस ग्राम की पूरी खबर
कोरबा । कोरबा जिला अंतर्गत आने वाले ग्राम सिमकेदा जो कि चारों ओर से जंगलों से घिरा हुआ है। यहां माध्यमिक शाला में पदस्थ शिक्षिका नीरज बंजारे जो कि रोजाना स्कूल में उपस्थित रहती हैं तथा बच्चों को पढ़ाने के लिए हमेशा तत्पर रहती है। शिक्षिका अपने माता पिता के साथ स्कूल के बगल में ही निवास करती हैं और स्कूल में अध्ययनरत बच्चों को पढ़ाती हैं।
मामला बीते दिनांक 7 अगस्त की है। इस दिन पवित्र श्रावण मास का सोमवार था जिस वजह से कई छात्र-छात्राएं भगवान शिव का व्रत रखे थे। बच्चे व्रत रखने की बात कहते हुए शिक्षिका से उस दिन जल्दी छुट्टी करने की बात कहने लगे, तब शिक्षिका द्वारा शाला प्रबन्धन समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यों के समक्ष छुट्टी की अर्जी लगाई गई तत्पश्चात उस दिन 3 बजे स्कूल बंद कर बच्चों की छुट्टी कर दी गयी।
स्कूल बंद पाए जाने पर पत्रकारों ने पेपर में खबर प्रकाशन कर दिया। खबर प्रकाशित होते ही शिक्षिका नीरज बंजारे से उच्च अधिकारी द्वारा स्पष्टीकरण मांगा गया तथा स्कूल में पदस्थ शिक्षक रामेश्वर प्रसाद पांडेय उस दिन नही आए थे लेकिन स्कूल में उनका हाजरी चढ़ा हुआ है। गांववालों से पुछताछ करने पर तथा छात्रों से पूछने पर पता चला कि वे तो शाला आते ही नही। आते हैं तो मात्र अपनी उपस्थिति चढ़ाने और उपस्थिति चढ़ाकर फिर रफूचक्कर हो जाते हैं।
मामले में सरपंच और ग्रामवासियों ने विरोध करते हुए कहा है कि शिक्षिका बहुत अच्छी है तथा बच्चों को बढ़िया पढ़ाती है। उनके साथ अन्याय हुआ तो हम सभी ग्रामवासी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने जाएंगे। वहीं इस मामले में शिक्षिका नीरज बंजारे ने जिला शिक्षा अधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है।